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29 April 2023

झाबुआ पावर लिमिटेड से निकल रही डस्ट, ग्रामीण हो रहे बीमारी का शिकार


 सिवनी। मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश को नई-नई ऊंचाइयों पर लेकर जाने का लगातार प्रयास कर रही है, जिसमें प्रदेश के लोगों को रोजगार मिले, लोग सुख शांति से रहे, प्रदेश तरक्की करें, इस वजह से नई-नई कंपनियां भी ला रही हैं, पर प्रदेश में आ रही प्राइवेट कंपनियां प्रदेश सरकार की मंशा पर पानी फेर रही हैं।

ड्रोन कैमरा से ली गई इन तस्वीरों को देखकर आप भी आश्चर्यचकित हो जाएंगे कि जिले में इस तरह की बर्फबारी कहां पर हुई है। पर जरा रुकी यह कोई बर्फबारी नहीं बरन झाबुआ पावर लिमिटेड से निकलने वाली राख(डस्ट) है, जिस कारण क्षेत्र के
हजारों लोगों का जीवन बीमारियों से घिर गया है।

मामला सिवनी जिले के आदिवासी बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र लखनादौन के घंसौर ब्लॉक का है, जहां जिले का एकमात्र झाबुआ पावर लिमिटेड स्थापित है। इस पावर लिमिटेड की स्थापना के दौरान क्षेत्र के विकास और लोगों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की वादे और कसमें खिलाई गई थी, पर इससे उलट झाबुआ पावर लिमिटेड क्षेत्र में बेरोजगारी और बीमारी फैला रहा है।

 झाबुआ पावर लिमिटेड घंसौर ब्लॉक के बरेला गांव में स्थित है, इस प्लांट के आसपास बिनेकी, चरी, गोरखपुर, सहित एक दर्जन गांव स्थित है। इस गांव में हजारों की संख्या में वृद्ध, बच्चे, महिला और पुरुष रहते हैं। रोजाना हवा के साथ उड़ने वाली राख के बवंडर से दिन में रात हो जाती है। ग्रामीण परेशान रहते हैं राख के कारण लोग दमे जैसी गंभीर बीमारी का शिकार हो रहे हैं। लगातार ग्रामीणों ने पंचायत के माध्यम से झाबुआ पावर लिमिटेड प्रबंधन, स्थानीय एसडीएम और जिला कलेक्टर को भी शिकायत की। जब अधिकारियों ने नहीं सुनी तो स्थानीय विधायक से लेकर सभी राजनीतिक दलों से भी गुहार लगाई। बावजूद इसके किसी ने भी आज तक ग्रामीणों को इस राख से मुक्ति नहीं दिलाया है। हम आपको बता दें कि झाबुआ पावर लिमिटेड पिछले 10 वर्षों से इस क्षेत्र में संचालित हो रहा है विकास सिर्फ और सिर्फ झाबुआ पावर लिमिटेड के अधिकारी और कर्मचारियों का हुआ है, यह क्षेत्र आज भी विकास से कोसों दूर है और बीमारियों की चपेट में आता जा रहा है वह समय दूर नहीं जब इस क्षेत्र में बीमारियों का अंबार होगा।


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