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10 April 2023

हमीदिया अस्पताल में मॉक ड्रिल कर व्यवस्थाओं का लिया जायजा


 भोपाल : देश एवं प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच भोपाल के हमीदिया अस्पताल में कोरोना से निपटने की तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल किया गया। मॉक ड्रिल के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों को निश्चित समयावधि के भीतर ही इलाज मिल सके, इसकी पूरी व्यवस्था की गई है। मध्यप्रदेश में कोरोना की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है, किसी भी प्रकार की परिस्थिति से निपटने के लिये राज्य सरकार पूरी तरह तैयार है। मॉकड्रिल के बाद मंत्री श्री सारंग ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा बैठक कर आवश्यक निर्देश दिये।


मॉक ड्रिल


मंत्री श्री सारंग की उपस्थिति में लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस से लाए गये डमी पेशेंट को ऑक्सीजन मास्क के साथ स्ट्रेचर पर कोविड डेडिकेटेड वॉर्ड में ले जाया गया। जहाँ उसका केजुएल्टी में रजिस्ट्रेशन कर आईसीयू वार्ड में वेंटिलेटर युक्त बेड तक पहुँचाया गया। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान स्टॉप वॉच के जरिये टाइम रिकॉर्ड किया गया। मरीज को एम्बुलेंस से केजुएल्टी तक पहुँचाने में 2:59 मिनट और केजुएल्टी से आईसीयू में ले जाने में 5 मिनट से भी कम समय लगा।


नागरिक मास्क लगाएँ और भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचें


मंत्री श्री सारंग ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति पूर्ण रूप से नियंत्रण में है। वर्तमान में मिले करोना संक्रमित मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं और टेलीमेडिसिन से उन्हें निरंतर परामर्श दिया जा रहा है। साथ ही उनकी स्थिति को रिकॉर्ड भी किया जा रहा है। उन्होंने नागरिकों से मास्क लगाने एवं भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचने की अपील भी की।



ऑक्सीजन प्लांट का हर माह होगा मॉकड्रिल


मंत्री श्री सारंग ने हमीदिया अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के मॉक ड्रिल का भी अवलोकन किया। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता 2 हजार एलपीएम की है। प्लांट की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। मॉनीटरिंग के लिए जीपीएस सिस्टम लगाया गया है। इस सिस्टम से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना के संभावित खतरे से निपटने के लिये अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता के लिये हर माह ऑक्सीजन प्लांट में मॉकड्रिल किया जायेगा।


मॉक ड्रिल के बाद मंत्री श्री सारंग ने कोरोना से संबंधित तैयारियों के संबंध में गांधी चिकित्सा महाविद्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली। बताया गया कि प्रदेश में 35 लेब हैं जिनकी टेस्टिंग क्षमता 1 लाख 24 हजार प्रतिदिन है। वहीं मेडिकल कॉलेजों में प्रतिदिन 20 हजार टेस्ट किये जा सकते हैं। प्रदेश में 42 हजार 974 कोविड बेड उपलब्ध हैं। इनमें से 13 मेडिकल कॉलेजों में 8 हजार 459 कोविड बिस्तर हैं। मंत्री श्री सारंग ने प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता की भी समीक्षा की। बताया गया कि 215 पी.एस.ए प्लांट संचालित हैं। इनसे प्रति मिनट 1 लाख 21 हजार लीटर ऑक्सीजन बनाई जा सकती है। प्रदेश में अब तक 13 करोड़ 39 लाख टीके लगाए जा चुके हैं।


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