मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पौध-रोपण के इस अभियान से जुड़ी संस्थाओं और 22 हजार किसानों का यह प्रयास अभिनंदनीय हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रूपई एग्री फॉरेस्ट के संचालक श्री गौरीशंकर मुकाती की "तुम मुझे मेढ़ दो-मैं तुम्हें पेड़ दूँगा" की पहल की सराहना कर उन्हें 'पेड़ बाबा' की उपाधि दी। उन्होंने कहा कि हमें प्रकृति के शोषण नहीं दोहन का दृष्टिकोण अपनाना होगा। मुख्यमंत्री ने दैनिक अनोखा तीर समाचार-पत्र के विशेषांक "तपती धरती" का विमोचन भी किया। उल्लेखनीय है कि माखन नगर, इटारसी, डोलरिया, नर्मदापुरम, सीहोर, रेहटी और भैरूंदा के 22 हजार किसानों द्वारा अपने खेतों में अभियान चला कर पौध-रोपण किया जाएगा।
कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने पौधरोपण के इस अभियान से जुड़े प्रेरक किसानों को जैविक मूंग वितरित कर सम्मानित किया और दुर्घटना बीमा भी प्रदान किया। मंत्री श्री पटेल ने पौध-रोपण कर सभी को पर्यावरण-संरक्षण के लिए प्रेरित किया।
श्री मुकाती ने बताया कि वर्ष 2030 तक 50 करोड़ पौधे लगाने का संकल्प है। इस कार्य में जुड़े सभी किसानों को दुर्घटना बीमा भी प्रदान किया जाएगा। म.प्र. पर्यटन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री तपन भौमिक ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रतिदिन पौधा लगा कर पर्यावरण-संरक्षण के लिए व्यक्तिगत स्तर पर सार्थक प्रयास का श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। प्रदेशवासियों को भी मुख्यमंत्री श्री चौहान से प्रेरणा लेकर विशेष अवसरों पर पौध-रोपण अवश्य करना चाहिए।
विशेषज्ञ श्री संदीप राय ने कार्बन क्रेडिट के महत्व और डायरेक्टर आईएमपीसी श्री विक्रांत तिवारी ने पौध-रोपण से पर्यावरण तथा जैव विविधता के सरंक्षण संबंधी जानकारी दी। विधायक श्री प्रेम शंकर वर्मा ने भी संबोधित किया। इस दौरान धर्माचार्य, संत एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment