यहां पहुंचने वाले मरीजों को सुकून मिलता है। क्योंकि यहां पर पदस्थ एक डॉक्टर ने अपने खर्चे से सरकारी अस्पताल को किसी पार्क या फिर रिसोर्ट से कम नहीं बनाया है। इस अस्पताल को लोग देखने और इलाज करवाने के लिए दूर दराज से यहां पहुंचते हैं और इलाज करवा कर सुकून महसूस करते हैं। इस अस्पताल में पांढुर्णा गांव के पटेल ने अपने बेटी की याद में अस्पताल परिसर में कुआं खुद खुदवाया है जिसमें भरपूर पानी है।
दरअसल छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्ना गांव मांगुरली के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किसी गार्डन और रिसोर्ट से कम नहीं लगता है। सरकारी अस्पताल की सूरत डॉ नितिन उपाध्याय ने बदल दी है। अस्पताल 4 हजार वर्ग फिट में बना हुआ है। अस्पताल के चारों तरफ हरियाली और मनमोहक पौधे लगे हुए हैं और अस्पताल की दीवार पर गमले टीन सेट एवं अन्य जगह पर पेंटिंग की गई है जोकि आकर्षण का केंद्र है। इस अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों को सुकून मिलता है।डॉक्टर नितिन नितिन उपाध्याय का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग से जो भी फंड आता है और कुछ फंड की मदद से इस अस्पताल की व्यवस्था में लगा दिया जाता है ।
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