जूनियर डॉ क्टरों के साथ सरस्वती की मां और बहन भी धरने पर बैठ गई। उनकी मांग है कि अरुण कुमार को कॉलेज से बाहर किया जाए जबकि अरुण कुमार ने इस मामले में इस्तीफा दे दिया है। इस मामले में सरस्वती के परिजनों ने शाहजहानाबाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
अरुण कुमार के अलावा पांच अन्य डॉक्टरों के नाम शामिल हैं। परिजनों को उम्मीद है कि सरस्वती को न्याय मिलेगा लेकिन अब तक किसी भी सीनियर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है। सरस्वती की बहन ने बताया कि 1 साल पहले भी अरुणा कुमार को लेकर साध्वी प्रज्ञा सांसद से चर्चा की थी। उन्होंने एच ओ डी अरुणा कुमार को फोन भी किया था लेकिन इसके बाद भी कोई राहत नहीं मिली। 36 36 घंटे तक ड्यूटी कराई जाती थी। यहां तक कि सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज की गई है लेकिन कोई भी कार्रवाई अब तक हुई नहीं है। सरस्वती के अलावा सभी अन्य छात्र भी प्रताड़ित है। उन्हें न्याय दिलाने के लिए जरूरी है कि अरुणा कुमार के खिलाफ कार्रवाई हो। सरस्वती को काम के साथ-साथ कामचोर होने का ताना भी दिया जाता था। उस पर कई अनाप-शनाप बातें कही जाती थी।
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