थे। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलन और कन्या-पूजन के साथ महोत्सव का विधिवत शुभारंभ किया।
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, राज्य नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी, पूर्व मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमारिया, श्री गौरीशंकर बिसेन, राज्य कृषि विपणन बोर्ड की उपाध्यक्ष श्रीमती मंजू दादू, श्री दर्शन सिंह चौधरी ने भी संबोधित किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मूलत: हम सभी किसान हैं। मैंने खेती-किसानी की है और हल-बक्खर चलाया है। अत: किसानों के दुख-दर्द और परेशानियाँ समझते हैं। सरकार किसानों के कल्याण और उन्हें उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलाने के लिये निरंतर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बोर्ड के शेष चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का भी आमेलन किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में किसानों को हर तरह की सुविधाएँ दी जा रही हैं। किसान अब एमपी फार्म एप के माध्यम से वे अपनी कृषि उपज को अपने घर, खेत अथवा गोदाम कहीं से भी आसानी से विक्रय कर सकते हैं। इलेक्ट्रिक तौल-काँटे से लेकर बोली लगाने के लिये सरकारी कर्मचारी तक की व्यवस्था को पारदर्शी बनाया गया है। किसानों को अपने खेत-खलिहानों से ही फसल बेचने की सुविधा दी गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बोर्ड के अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि मण्डी में जो नीलामी होती है, उसमें 2 प्रतिशत से अधिक कमीशन न काटा जाये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बोर्ड की 50 वर्ष की सफल यात्रा के लिये सभी संबंधितों को हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाई दी तथा आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी बोर्ड निरंतर किसानों के कल्याण और प्रदेश के विकास के लिये कार्य करता रहेगा।
केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश दिन दूनी-रात चौगुनी प्रगति कर रहा है। मध्यप्रदेश कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर निरंतर कृषि कर्मण अवार्ड जीत रहा है। यह हमारे प्रदेश के किसानों के परिश्रम का प्रतिफल है। कृषि मंत्री श्री पटेल ने कहा कि सरकार ने किसानों को कई सौगातें दी हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी और मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व और मार्गदर्शन में किसान को अतिरिक्त आय अर्जित हो रही है।
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