भोपाल। अभा कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुश्री अलका लांबा ने आज मप्र कांग्रेस कमेटी मुख्यालस में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को जनता कांग्रेस के पक्ष में वोट करने के लिए इंतजार कर रही है, क्योंकि कमलनाथ जी की 15 महीने की सरकार जनता को आज तक याद है। उन्होंने कहा कि आज भी हमारे सामने कमलनाथ जी के 11 वचन है, जो कि पहले की सरकार की तरह इस बार फिर से पूरे किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि इसी तर्ज पर हिमाचल में भी हमने सरकार बनाई थी। हमने जो काम छत्तीसगढ़ और राजस्थान में किये और जिस तरह से हमने कर्नाटक में महिलाओं को 2000 रूपये देने का काम किया है। उसी तरह हम मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार बनने पर महिलाओं को 1500 रू. देने का काम करेंगे, 500 में सिलेंडर देंगे, 100 रू. में 100 यूनिट बिजली मुफ्त और 200 यूनिट पर हाफ देंगे, पुरानी पेंशन बहाल करेंगे, किसान कर्जमाफी होगी, किसानों को पांच हार्स पावर बिजली मुफ्त मिलेगी, जैसे तमाम 11 वचन जो कमलनाथ जी ने दिये हैं, कांग्रेस सरकार उसे पूरा करेंगी। कमलनाथ जी ने 2018 में 27 लाख किसानों की कर्ज माफ़ी की थी और कांग्रेस सरकार बनने पर फिर से किसानों की कर्जमाफी को हम आगे भी करेंगे। हम किसानों पर हुए मुक़दमे भी वापिस लेने का काम करेंगे और ये कमलनाथ जी के वचन है इन फैसलों को सरकार बनने पर हम पहली केबिनेट में लेकर आयेंगे।
सुश्री अलका लांबा ने कहा कि आज की वर्तमान स्थिति में मध्यप्रदेश के हालत बेहद चिंताजनक है। सीहोर में पनीर फेक्टरी के सेम्पल दो बार फेल हो जाते हैं, छापे में 36 लाख पाम आयम मिला है, एनजीटी की रोक के बाद भी उत्पादन हो रहा है।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में आज लोगों को जहर परोसा जा रहा है। प्रदेश की शिवराज सरकार ने लोगों की जिंदगियों के साथ खिलवाड़ किया है। दूध, पनीर, खोया, सभी मंे मिलावट की जा रही है, बच्चे, बुर्जुग सभी मिठाई के शौकीन होते हैं, लेकिन उनकी जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। मिठाईयों की जांच नहीं हो पा रही है, त्यौहार के समय पर 36 लाख टन पाम तेल में मिलावट पाई गई है, लेकिन फिर भी सरकार सो रही है। त्यौहार के समय पर मिठाइयों में मिलावट हो रही है और सरकार चुप बैठी है। क्योकि मिलावट माफियाओं से समझौता कर चुकी है आज की सरकार। हर तरह का माफिया सरकार पर पूरी तरह से हावी हो चुका है। भाजपा विधायक ने शिकायत की थी कि गुटखा में भी मिलावट है तो उनको भाजपा से निकाल दिया गया।
उन्होंने कहा कि मप्र के मंत्री सिलावट ने आज से चार साल पहले मिलावट खोरो को चुनौती दी थी, लेकिन अब क्या हो गया। एक मिलावट खोर को बचाने के लिए दिल्ली गृह मंत्रालय तक दरवाजे खटखटाये गये। कीर्तिवर्धन केलकर संघ आरएसएस से जुडे़ हुये हैं रेड हुई, छापे पड़े लेकिन गृह मंत्री अमित शाह ने हस्तक्षेप किया और उन्हें बचा लिया, क्योंकि मालमा बड़े नेता का था और मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। मप्र के भिण्ड जिले में 2011 से अभी तक 85 प्रतिशत खाद्य मिलावट के मामले लंबित है, यानि जो केस हुए पर कोई कार्यवाही नहीं हुई, उल्टा चोर दरवाजे से समझौता कर लिया गया। प्रदेश में बेरोजगारी है, महंगाई है इसका सबसे बड़ा कारण है केंद्र की सरकार जो अपनी पीठ खुद थपथपाती है, करोड़ों लोगों को आज भी न खाने वाले अनाज पर आज भी निर्भर होना पड़ रहा है।
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