सिवनी। सिवनी के डोरली छतरपुर सहित करीब 10 से ज्यादा गांवों में रहने वाले ग्रामीण मख्खियों से परेशान हैं। आलम ये है कि लोग घरों से निकलने से भी कतरा रहे हैं। हज़ारों की संख्या में लोगो के ऊपर हमला करने वाली इन मख्खियों ने लोगो का जीना मुहाल कर दिया है। दरअसल नगर पालिका सिवनी ने इन गांवों से लगे इलाके में नए कचरा घर का निर्माण करवाया है जिसके चलते मख्खियां इन गांवों में आतंक मचा रही हैं।
गांव की सरपंच श्रीमती सरोज पटेल की माने तो उन्होंने इस समस्या से निपटने के लिए नगर पालिका सहित प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार गुहार लगाई, लेकिन उसे अनसुनी कर दिया गया। मज़बूर होकर ग्रामीणों ने आज शहर के अम्बेडकर चौक पे धरना प्रदर्शन भी किया। धरने के दौरान ग्रामीणों ने नगर पालिका प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जल्द इस समस्या का हल नही निकाला गया तो भविष्य में वे उग्र आंदोलन करेंगे। बड़ी बात ये है कि कचरा डंप सिटी मुख्यालय से महज लगभग 5 से 6 किलोमीटर के एरिया में ही डंपिंग करवाया जा रहा है । जहां कचरा डंप किया जा रहा है वहां सरकारी जंगल और गाँव खेती की जमीन लगी हुई डंपिंग से प्रदूषण इतना ज्यादा हो गया है कि इंसान किसान और पर्यावरण को भी भारी नुकसान हो रहा है।
सिवनी के कुछ गांव इस वक़्त एक बेहद अजीबो-ग़रीब संकट का सामना कर रहे हैं। दिलचस्प बात ये है कि इन सबसे पीछे वजह घरेलू हिंसा, झगड़े, दहेज या फिर कोई और वजह नहीं है. बल्क़ि, इस संकट का कारण बनी है मक्खिया। जी हां, ये सुनने में भले ही अजीब लगे. मगर सिवनी जिले के कुछ गांवों की यही हक़ीक़त है. यहां मक्खियों का आतंक पसरा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मक्खियों की भिनिभिनाहट ने 5,000 से ज़्यादा की आबादी का जीना मुहाल कर दिया है। लोग न तो चैन से बैठ सकते हैं और न ही सो. खाना-पीना तक मुश्किल हो गया है। लोग जिधर भी बैठते हैं मक्खियां उन पर आकर बैठ जाती हैं. घर की छत से लेकर दीवारें तक मक्खियों का बसेरा बन चुके हैं। खाना बनाते समय आटे पर मक्खियों की भरमार रहती है। यह स्थिति गांव डोरली छतरपुर और उससे लगे करीब 10 गावो में बनी हुई है। ग्रामीण क्षेत्र में बने कचरा घर के कारण पैदा हुई मक्खियों से इन गांवों के लोगों को बीमारी फैलने का डर सता रहा है। । कई बार प्रयास के बावजूद ग्रामीणों की इस समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। इसको लेकर ग्रामीणों में काफी रोष है। उन्होंने प्रशासन को आंदोलन की चेतावनी तक दे डाली है। वहीं ग्रामीण जिला मुख्यालय में धरना देकर रोष प्रदर्शन कर रहे है। हालांकि, अभी तक उन्हें मक्खियों से छुटकारा नहीं मिल पाया है।
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