सीहोर। जिला सीहोर के खनिज सहायक निरीक्षक की कार्यवाही सवालों के घेरे में बनी रहती है। नर्मदा तट किनारे रेत का उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा है, लेकिन खनिज सहायक निरीक्षक संतोष सूर्यवंशी जो रात के अंधेर में कार्यवाही तो करते है, लेकिन सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। वही जब भी नर्मदा तट के ग्रामीणों द्वारा अवैध उत्खनन व परिवहन की शिकायत करते है तो सहायक निरीक्षक ग्रामीणों पर ही भड़क उठते हैं।
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, वायरल वीडियों नसरुल्लागंज क्षेत्र के ग्राम इटारसी का है। जब खनिज विभाग के सहायक निरीक्षक संतोष सूर्यवंशी ग्राम इटारसी पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें रोक लिया और कहा कि साहब! रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन चल रहा है। इस पर खनिज सहायक निरीक्षक कहने लगे कि रेत के डम्फर चलने देना या नही ये तुम्हारी समस्या है, मैं सिर्फ मार्ग और पाइप लाइन की समस्या सुनने आया हूँ।
जब ग्रामीणों ने रेत का मुद्दा उठाया तो सहायक निरीक्षक ग्रामीणों पर ही भड़क उठे और कहने लगे कि अगर डंपर बंद करवाना है तो ये समस्या तुम्हारी है, यहां के मुखिया एसडीएम है। इससे पहले भी पूर्व में भी सहायक निरीक्षक सन्तोष सूर्यवंशी का वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें ग्रामीण अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन की शिकायत माइनिंग सहायक निरीक्षक से कर रहे थे। तब भी वह ग्रामीणों पर ही माइनिंग अधिकारी भड़क उठे।
वही ग्राम पंचायत इटारसी के सरपंच गुलाब सिंह ने एसडीओपी नसरूल्लागंज को ज्ञापन सौपते हुए माइनिंग अधिकारी एवं गोपालपुर
थाना प्रभारी पर मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि रेत के डंपरों के कारण नल-जल योजना पूर्ण रूप से टूट गई है। जिससे ग्रामवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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