भोपाल। 2018 में जिन सीटों की वजह से सरकार गई थी, बीजेपी उन सीटों की चिंता करने में जुट गई है। अपनी छोड़ कांग्रेस की सीटों की चिंता करने में बीजेपी लगे हुए है। बीजेपी ने सभी जिलों के प्रभारियों को तलब किया है। 25 और 26 फरवरी को हारी सीटों को लेकर बैठी बैठक बुलाई है। जिसमे चुनाव से पहले अपनी सीट छोड़ कांग्रेस की सीटों पर फोकस करती नजर आ रही है।
मध्यप्रदेश में 2018 में हारी हुई सीटों पर चुनाव लड़ने की रणनीति बनाने के लिए बुलाई गई बैठक को लेकर बीजेपी का कहना है कि, 2023 के लिए कमर कस तैयारियां शुरू हो गई है, और यही वजह है कि लगातार बैठकों का दौर जारी है। हारी हुई सीटों के प्रभारियों को बुलाया गया है। हमने उन सीटों को अकाउंट की सीटों का नाम दिया है। 25 26 फरवरी को बैठक होगी, इसमें जिम्मेदारियां दी जाएंगे। हम लगातार जिताऊ उम्मीदवार की तलाश कर रहे हैं।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
वहीं कांग्रेस ने बीजेपी को जमकर आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हफीज का कहना है कि, बीजेपी को टेंशन इसलिए लगातार जारी है बैठकों का दौर। कांग्रेस को जनता का साथ है, इसलिए हम रिलैक्स है। हम उनकी सीटों पर फोकस कर रहे हैं, इनकी शुभाकांक्षी सीटें हैं। वह खतरे में है और आकांक्षी सीटें हैं, वहां तूफान चल रहा है। उन सीटों पर विधायकों को गधों पर चलना पड़ रहा है। ऐसा कभी हुआ है क्या कि विकास की ऐसी गाथा हो कि गधे पर चलना पड़े।
एक दूसरे की सीटों पर फोकस करते हुए कांग्रेस और भाजपा दोनों ही अपनी-अपनी रणनीति बनाकर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं। ऐसे में यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि, 2023 के रण में किस की रणनीति काम आती है।
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