एमपीईबी की लापरवाही के बाद आदिवासी बारेला समाज के लोगो की भीड जिला अस्पताल मेंजमा हो गई। सूचना मिलते ही एसडीएम ओमनारायाण सिह एसडीओपी राकेश मोहन शुक्ला सहित भारी पुलिस बल जिला अस्पताल पहुंच गया। इस दौरान आदिवासी समाज के लोगो में आक्रोश देखा गया। बताया जा रहा है की एमपीईबी के ठेकेदार नितिन मालवीय के द्रवारा एलटी लाईन सिप्टिंग का काम किया जा रहा था इस दौरान बंद विधुत लाईन चालू हो गई। लाईन चालू होने से दर्दनाक हादसा हो गया। अब एपीईबी के सहायक यंत्री लापरवाही पर जाॅच की बात कर रहे है। युवक की मौत के बाद आक्रोशित परिजन और आदिवासी समाज के जमा होने पर प्रशासन कोई अप्रिय घटना नही हो जाये को लेकर अलर्ट हो गया। भारी पुलिस बल तैनात हो गया। इस दौरान आदिवासी समाज के लोग मृतक युवक की मौत पर आर्थिक मदद की मांग पर अड गये। हलाकि मौके पर मौजूद अधिकारीयो ने लोगो को समझाइस
देकर शासन, एपीईबी और ठेकेदार से आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया। काफी देर तक चली जद्दोजहद के बाद एसडीएम और एसडीओपी की मौजूदगी में ठेकेदार से करीब 9 लाख रूपये की मृतक के परिजनो को आर्थिक मदद और शासन की मदद के बाद मामला शांत हुआ। मौके पर एसडीएम ओमनारायाण सिह ने मृतक युवक के पिता को अंतिम संस्कार के लिये 5 हजार रूपये की राशि सौपी। कोतवाली पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना मे जुट गई है।
02 April 2023
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करंट से आदिवासी युवक की मौत
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MP24X7...यानी समय, सत्ता और समाज के बनाए हुए नियम के खिलाफ जाने का मतलब है। सही मायनों में सुधारवाद का वह पथ या रास्ता है। जो अंतिम माना जाता है, लेकिन हम इसे शुरुआत के रूप में ले रहे हैं। सार्थक शुरुआत कितनी कारगर साबित होगी? यह तो भविष्य तय करेगा। फिर भी हम ब्रह्मपथ पर चल पड़े हैं, क्योंकि यह अंतिम पथ नहीं है। सुधारवाद की दिशा में एक छोटा कदम है।.
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