Breaking

24 May 2023

मुस्लिमों को साधने राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने संभाला मोर्चा


भोपाल। मप्र में चुनाव के ठीक पहले मुसलमानों का साधने के लिए बीजेपी की तरफ से राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने मोर्चा संभाल लिया है। राष्ट्रवाद और देशप्रेम के जरिये मुस्लिम मतदाताओं में पैठ बढाने राष्ट्रीय मुस्लिम मंच भोपाल में मुसलमान युवाओं की ट्रेनिंग का बड़ा कैंप आयोजित करने जा रहा है।



राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मुस्लिम शाखा यानी राष्ट्रीय मुस्लिम मंच अब मप्र के सियासी ग्राउंड में अपनी पारी की शुरुआत कर रहा है। मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी होने से बचाकर राष्ट्रवादी बनाने के लिए मंच भोपाल में ट्रेनिंग कैंप लगा रहा है।



एक नजर


राष्ट्रीय मुस्लिम मंच... 


आरएसएस की ही मुस्लिम शाखा है...


मंच के प्रमुख संघ नेता इंद्रेश कुमार हैं.


मंच से देशभर में करीब सवा लाख मुस्लिम कार्यकर्ता जुड़े हैं..

मप्र में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच अब तक 5 हज़ार कार्यकर्ता बना चुका है..


मंच मुस्लिम युवाओं को देशभक्ति और राष्ट्रवाद से जोड़ता है...

मंच भोपाल में चार दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर रहा है... 


भोपाल के पीपुल्स कैंपस में 9 से 11 जून तक ट्रेनिंग होगी...


राष्ट्रवाद से जोड़ेंगे

देशभर के मुस्लिम युवाओं को राष्ट्रवाद, समान नागरिक संहिता, एक देश एक ध्वज एक कानून, और कट्टरपंथ भारत के लिए खतरा जैसे जैसे विषयों पर उद्बोधन के जरिये राष्ट्रवाद से जोड़ा जाएगा।

इंद्रेश कुमार समेत देशभर से जाने माने मुस्लिम मौलाना, उलेमा, और मुस्लिम स्कॉलर के साथ कार्यक्रम में संघ के कई बड़े नेताओं के उद्बोधन भी होंगे।

कांग्रेस लगा रही बरगलाने के आरोप


भले ही मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नेता भोपाल में होने वाले इस आयोजन को पूरी तरह से गैर राजनीतिक बता रहे हैं। लेकिन कांग्रेस बीजेपी पर मुस्लिम मंच के इस्तेमाल और मुस्लिम युवाओं को बरगलाने के आरोप लगा रही है, तो वहीं बीजेपी कह रही है कि यदि मुस्लिम युवा देशभक्त बनें. तो भला बुरा क्या है।


जागरुकता अभियान भी चलेगा

 राष्ट्रीय मुस्लिम मंच 9 जून से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम के पहले मुस्लिम इलाकों में जागरूकता अभियान भी चलाएगा। सच्चा मुसलमान, अच्छा नागरिक के स्लोगन के साथ मंच मुस्लिम इलाकों में पैठ बढ़ा रहा है। ताकि स्थानीय स्तर पर भी बड़ी संख्या में मुस्लिम युवा मंच की विचारधारा से जुड़ सकें। मप्र में इस साल विधानसभा के चुनाव हैं। 2024 में आम चुनाव। इससे पहले संघ और तमाम अनुषांगिक संगठनों की सक्रियता क्या बीजेपी को 23 में प्रदेश और 24 में देश की सत्ता में वापसी करा पाएगी। 


No comments:

Post a Comment

Pages