कांग्रेस विधायक और राज्य हज कमेटी के सदस्य आरिफ मसूद ने हज कमेटी ऑफ इंडिया के साथ ही अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी को पत्र लिखकर पूरे मामले में संज्ञान लेने की मांग की है। विधायक आरिफ मसूद ने चेतावनी दी है कि, अगले 2 दिनों में विचार विमर्श कर भुगतान की जाने वाली राशि को कम कर विसंगतियों को दूर नहीं किया गया तो वह मध्य प्रदेश राज्य कमेटी के सदस्य पद से अपना इस्तीफा दे देंगे। विधायक मसूद ने कहा कि, हज कमेटी ऑफ इंडिया यात्रियों को सुविधा मुहैया कराने का काम कर रही है या एक कॉरपोरेट कंपनी बनकर हाजियों को ठग रही है।
किराए में बड़ा अंतर
गौरतलब है कि भोपाल और मुंबई से हज यात्रा के किराए में 68 हज़ार रुपए का बड़ा अंतर आ रहा है। हज कमेटी ऑफ इंडिया के द्वारा जारी किए गए हज किराए के फेयर को लेकर हज यात्री असमंजस में है। सबसे कम राशि बेंगलुरु से लग रही है तो वहीं सबसे ज्यादा राशि बिहार के गया के हाजी यात्रियों से वसूली जा रही है। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि देश एक है लेकिन हाजियों से किराया अलग-अलग क्यों लिया जा रहा है।
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