डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जिनका इतिहास अन्याय का रहा हो, वो अगर न्याय की बात करें तो हंसी आती है। जिन्होंने किसानों के साथ धोखा व अन्याय किया हो, वो न्याय की बात कर रहे हैं। इन्होंने 5 हॉर्सपावर तक के कृषि पम्प पर माफी की घोषणा की, लेकिन उसमें तो पहले से सरकार 92-93 प्रतिशत सबसिडी दे रही है।किसान को 100 रुपए के बिल में मात्र 7 या 8 रुपए देने पढ़ रहे है। इस पर भी किसान को बेवकूफ बनाना चाहते हैं। इन्होंने किसानों के कर्जमाफी की फिर घोषणा कर दी। किसान आपकी वजह से पहले भी ओवर ड्यू हो चुका है।आपने झूठ बोला कर्ज माफी का ओर किसानों ने बैंकों में किश्त भरना बंद कर दिया । नतीजा यह हुआ कि किसान डिफाल्टर हो गए। उन्हें लोन व सोसायटियों से बीज, खाद मिलना तक बंद हो गए । हमारी सरकार ने किसानों का कर्ज भरा तब वह डिफाल्टर से बाहर आ सके।
डॉ नरोत्तम ने कहा कि दरअसल कमल नाथ सपनों में रहने वाले नेता हैं। पुराने बिल माफ करने की बात कर रहे हैं, जबकि पहले ही हम 5324 करोड़ के बिल माफ कर चुके हैं। इन्होंने किसानों को 12 घंटे बिजली देने की बात की। तो यहां पर हम बता दें कि किसानों को पहले ही 10 घंटे बिजली दे रहे हैं। कई जगह 14 घंटे बिजली दे रहे हैं।
डॉ नरोत्तम मिश्रा ने आगे कहा कि कमल नाथ को पता नहीं कौन ज्ञान देकर चला गया। साढ़े 9 लाख किसानों का ब्याज हमारी सरकार ने मार्फ किया। जहां तक किसानों के खिलाफ आंदोलनों के मुकदमे वापस लेने की बात है तो कमल नाथ जी, हमारी सरकार ने 55 हजार मुकदमे 2018 तक के वापस हो चुके हैं। पुरानी कर्जमाफी नहीं की और नए सिरे से फिर कर्ज माफी की बात कहने लगे।
हमने आइफा नही कराया,काहे की जांच
सरकार के कर्ज की जांच कराने की कमल नाथ की घोषणा पर गृह मंत्री ने कहा कि हमने आइफा नहीं कराया। जैकलीन, सलमान को नहीं लाए, किस चीज की जांच कराएंगे। फिर इन्होंने 15 माह की सरकार में क्यों जांच नहीं करवाई।
नर्मदा सेवा सेना को लेकर नरोत्तम ने कहा कि हकीकत यही है कि कांग्रेस की सरकार में नर्मदा में बड़ा अवैध खनन हुआ।
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