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27 July 2023

सूरमा नहीं विचलित होते, पल एक नहीं धीरज खोते


इंदौर। भाजपा सांसद और रेसलिंग फेडेरशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह गुरुवार दोपहर इंदौर पहुंचे। वे देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के तक्षशिला ऑडिटोरियम में करणी सेना के बैनर तले आयोजित पूर्व केंद्रीय मंत्री कल्याण सिंह कालवी की 31वीं पुण्यतिथि के श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। 

इस दौरान उन्होंने सभागार में बैठे लोगों को सम्बोधित किया। शायराना अंदाज में दिए उद्बोधन में उन्होंने समाजिक जीवन मे कैसे अपनी भूमिका हो इस पर सबको समझाया। इस दौरान उन्होंने अपने ऊपर गए यौन उत्पीड़न के आरोप का कविता की लाइनों से जवाब दिया।


 'मुझ पर एक हमला हुआ, लेकिन मेरे भाइयों आपने देखा होगा कि मैंने अपने चेहरे पर कभी शर्मिंदगी नहीं आने दी। कभी कोई कमजोरी नहीं आने दी। राष्ट्र कवि दिनकर जी ने एक लाइन लिखी थी, सच है विपत्ति जब आती है, कायर को ही दहलाती है, सूरमा नहीं विचलित होते, पल एक नहीं धीरज खोते, संकट का चरण न गहते हैं, जो आ पड़ता सब सहते हैं।' कविता की ये पंक्तियां बृजभूषण सिंह शरण ने अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप के जवाब में दी।


 बृजभूषण के कार्यक्रम में आते ही कार्यकर्ताओं ने बजरंग पूनिया मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए तो मंच से ही सांसद ने इसे रोका। इसके बाद बृजभूषण शरण सिंह जिंदाबाद के नारे लगने लगे। आपको बता दे कि सांसद बृजभूषण शरण सिंह उत्तर प्रदेश के केसरगंज से भाजपा से सांसद हैं। हाल ही में 6 महिला पहलवानों की ओर से यौन शोषण के आरोप भी लगाए गए थे। जिसकी जांच दिल्ली पुलिस कर रही है। इस मामले में पुलिस की ओर से कोर्ट में चार्जशीट दायर की गई है। चार्जशीट में बृजभूषण के खिलाफ लगाए गए आरोपों के आधार पर कोर्ट ट्रायल चलाने की सिफारिश की गई है। साथ ही, पहलवानों के आरोपों के आधार पर उन्हें सजा भी दिए जाने की बात चार्जशीट में कही गई है। 


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