भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस की संगठन की व्यवस्था में एवं आपसी समन्वय की स्थिति में जमीन आसमान का अंतर स्पष्ट रूप से दिखाई देता है ।
पिछले 1 वर्ष से अधिक के अंतराल में कांग्रेस पार्टी के मध्य प्रदेश में हुए कई कार्यक्रमों की शर्मनाक तस्वीरों को देखें तो कांग्रेस पार्टी की बदहाल स्थितियां स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं ।
29 मई 2022 ...
पिछले एक वर्ष के अंतराल की कांग्रेस पार्टी की समन्वय बैठक अथवा भारतीय जनता पार्टी के विरोध के संबंध में बैठकों की आयोजन की जो तस्वीर सामने आई है , उत्त तस्वीरों ने लोकतंत्र की व्यवस्था को ही शर्मसार कर दिया । 29 में 2022 को भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में एवं महंगाई का विरोध करने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश के नीमच जिले में कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम के दौरान सज्जन सिंह वर्मा की उपस्थिति के मध्य जमकर आपस में कांग्रेस पार्टी के लोगों में जुते चले । आपस में हुई लड़ाई के दौरान कांग्रेस के कई कार्यकर्ता घायल हो गए ।
18 जून 2022
18 जून 2022 को कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव संजय दत्त प्रभारी के रूप में खंडवा पहुंचे थे , जहां पर संगठन को मजबूत करने एवं विधानसभा चुनाव की तैयारी करने के मामले में कांग्रेस पार्टी के जिला एवं संभागीय स्तर की बैठक का आयोजन किया जाना था । उपरोक्त कार्यक्रम में वरिष्ठ पदाधिकारी के बीच में ही जिला अध्यक्ष से लेकर ग्रामीण अध्यक्ष एवं कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता आपस में कुछ इस तरह झगड़ा करते हुए नजर आएगी मौके पर बीच बचाव करने के बाद भी कई कार्यकर्ता घायल हो गए और कुर्सियां टूट गई । हालात देखकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव संजय दत्त कार्यक्रम को छोड़कर भाग खड़े हुए ।।
20 मार्च 2022
खंडवा में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें राष्ट्रीय महासचिव जेपी अग्रवाल एवं मध्य प्रदेश के सह प्रभारी भारत जोड़ो यात्रा से जुड़े हुए, सी पी मित्तल उपरोक्त बैठक में शामिल हुए , इस बैठक में प्रारंभ से ही खंडवा के प्रभारी को हटाने के उद्देश्य से हो हल्ला शुरू हो गया , यह मामला कुछ इस तरह बढ़ गया कि वरिष्ठ अधिकारियों के बीच ही खंडवा के कार्यकर्ताओं ने कुर्सियां फेंकना प्रारंभ कर दी और पूरा हॉल तबाह कर डाला । आखिर में भारत जोड़ो यात्रा की तैयारी एक तरफ रखी रह गई । और दिल्ली से आए पदाधिकारी अपनी जान बचाकर भागे ।
28 मई 2023
लगभग 3 महीने पहले पूर्व खंडवा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की उपस्थिति में कार्यकर्ता संवाद एवं समन्वय की हुई बैठक में कांग्रेस के कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ पदाधिकारी के बीच आपसी मनमुटाव कुछ इस तरह बढ़ गया कि आखिर में दिग्विजय सिंह को हाल के दरवाजे बंद करना पड़े और बंद करने के बाद मुस्लिम वोटो को लेकर हुए आपसी विवाद में अपने आप को बचाने की जुगाड़ में पदाधिकारी पीछे के दरवाजे से भागते नजर आए । इसी कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी जाए भाड़ में ...
कुल मिलाकर राष्ट्रीय स्तर से लेकर मध्य प्रदेश के कई जिला एवं तहसील स्तर तक के कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रमों में आपसी मनमुटाव अब संघर्ष एवं अहिंसा का रूप ले चुका है ।
मारपीट का केंद्र बना गांधी भवन , राष्ट्रपिता की तस्वीरों का हुआ अपमान
पिछले 1 वर्ष से अधिक समय समय में कांग्रेस पार्टी की मध्य प्रदेश में जितनी भी बैठक हुई हैं , उनका विश्लेषण किया जाए तो चाहे भारत जोड़ो यात्रा से संबंधित बैठक को अथवा कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव को लेकर आपसी समन्वय की बैठक । हर बैठक में एक तरफ जहां कुर्सियां टूटी वहीं दूसरी तरफ प्रदेश स्तर के पदाधिकारी एवं पूर्व मुख्यमंत्री को अपनी जान बचाने की पड़ी । लेकिन सबसे अधिक दुर्भाग्य का समय एवं विषय जो सामने आया है उसमें राष्ट्रपिता का अपमान जमकर हुआ है । उपरोक्त संबंध में नीमच एवं खंडवा सहित अन्य जिलों में कांग्रेस पार्टी के कार्यालयों मैं रखी हुई गांधी की तस्वीरें का जमकर अपमान हुआ । आपसी मारपीट के कारण गांधी जी की तस्वीर है कई जगह जूतों में नजर आई तो कई जगह गांधी भवन में तस्वीरों के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का यह अपमान सार्वजनिक रूप से तस्वीर के रूप में सोशल मीडिया में स्पष्ट दिखाई दिया । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में मारपीट के दौरान जिस तरह की तस्वीर अपमानित स्थिति में दिखाई दी , उनको लेकर कांग्रेस पार्टी के किसी भी नेता ने आज दिनांक तक जुबान नहीं खोली है । कुल मिलाकर अंतर कलह से जूझ रही कांग्रेस पार्टी के समक्ष राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक पूरी तरह से पार्टी कल भी खंड-खंड विखंडित थी और आज भी खंड-खंड विखंडित ही नजर आती है ।।
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