Breaking

05 November 2023

भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी का मॉडल है कमल नाथ


 भोपाल- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को बांधवगढ़, ब्यौहारी, धौहनी, चुरहट, सिंहावल, चितरंगी और सिंगरौली में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में विशाल चुनावी सभाओं को संबोधित किया। साथ ही सीएम शिवराज ने सिंगरौली में रोड शो भी किया। रोड शो के दौरान हर घर, हर गली, हर मोहल्ले और हर छत से सीएम शिवराज पर फूलों की बारिश कर भव्य स्वागत किया जा रहा था। जहां-जहां से सीएम का रोड शो गुजर रहा था, वहां-वहां लाड़ली बहनें अपने भैया को स्नेह और आशीर्वाद देने के लिए उत्साहित नज़र आ रही थी, किसी ने गले लगाया तो किसी ने तिलक लगाकर प्यार लुटाया। वहीं जनसभाओं को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने कांग्रेस और कमलनाथ पर जमकर हमला बोला। सीएम शिवराज ने कहा कि, कमलनाथ का मॉडल डिफेक्टिव मॉडल है अगर ये मॉडल मध्यप्रदेश में आ गया तो प्रदेश फिर से बीमारू बन जाएगा।


भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी का मॉडल है, कमलनाथ मॉडल  

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनसभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ मॉडल के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि, कमलनाथ का मॉडल मतलब भ्रष्टाचार का मॉडल, कमलनाथ मॉडल मतलब वादाखिलाफी का मॉडल, कमलनाथ का मॉडल मतलब ट्रांसफर को उद्योग बनाने का मॉडल, कमलनाथ का मॉडल मतलब योजनाओं को बंद करने का मॉडल, कमलनाथ का मॉडल मतलब योजनाओं का पैसा खाने का मॉडल है। ये बड़ा ही डिफेक्टिव मॉडल है अगर यह मॉडल गलती से आया तो मध्यप्रदेश को बीमारू करने का काम करेगा। सीएम शिवराज ने लाड़ली बहनों से कहा कि, बहनों सुन लेना अगर ये मॉडल आ गया तो पहले तो बैगा, भारिया, सहरिया बहनों का पैसा बंद किया था अब ये लाड़ली बहना का भी पैसा बंद कर देगा। 


बहनों की तरफ उंगली उठाने वालो छोड़ूंगा नहीं 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि, कांग्रेस के कुछ नेता खुलेआम मेरी स्व-सहायता समूह की बहनों को चूल्हा बंद करने और उनके बच्चों को भूखा मारने की धमकी दे रहें हैं। सीएम शिवराज ने तल्ख तेवर में कहा कि, दुश्मनी मुझ से है, मेरे बारे में कुछ भी कहों मैं बर्दाश्त कर लूंगा लेकिन मेरी बहनों और भांजे-भांजियों की तरफ किसी ने भी उंगली उठाने की कोशिश तो ऐसी गत होगी कि, ना जी सकोगे ना मर सकोगे। सीएम ने का कि, मेरी बहनों को धमकी दे रहे हो, ये मेरा परिवार है तुमने आज तक क्या किया है बहनों के लिए। कभी एक धेला नहीं दिया है, केवल उन्हें प्रताड़ित करने का ही काम किया है। 


मामा होने का मतलब है नि:शुल्क शिक्षा की गारण्टी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, मैं सामाजिक क्रान्ति के लिए काम कर रहा हूँ, मुझे जनता की जिन्दगी बदलना है, बच्चों का भविष्य बेहतर करना है। चाहे मेडिकल, इंजीनियरिंग की फीस हो चाहे किसी भी उच्च संस्थान में एडमिशन की फीस हो पूरी फीस माता-पिता नहीं बल्कि शिवराज मामा ही भरवायेगा, ये मेरी गारण्टी है। बच्चो का भविष्य बेहतर हो। किसी भी गरीब की जिन्दगी में ये दिन न आये कि वो कहे, "काश मेरे पास पैसे होते तो मैं भी पढ जाता।" मामा होने का मतलब है निशुल्क शिक्षा की गारण्टी। उन्होंने कहा कि, हर 25 गाँवों के बीच में एक सीएम राइज स्कूल बनाया जाएगा, जो प्राईवेट स्कूलों से भी बेहतर होगा। सीएम राइज स्कूलों में लाइब्रेरी, लैब, प्लेग्राउंड, स्मार्ट क्लास और बच्चों के लिए बस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। केवल अरबपति और करोड़पतियों के बच्चे ही अच्छे स्कूलों में नहीं पढ़ेंगे बल्कि गरीब, मध्यम वर्गीय, किसानों के बच्चें भी अच्छे स्कूलों में पढ़ेंगे। मैं बच्चों के सपनों का मरने नहीं दूंगा। 


धनतेरस पर खूब खरीदी करो बहनों

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनावी सभा में बहनों से संवाद करते हुए कहा कि, लाड़ली बहना योजना बहनों की जिंदगी बदलने का अभियान है। किसी भी बहन की आंख में आंसु नहीं आने देंगे। फिलहाल योजना के तहत बहनों के खातों में 1250 रूपए आ रहें है, लेकिन आने वाले समय में इस रोशि को पहले 1750, फिर 2000 और इसी तरीके से बढाते हुए 3000 रूपए किया जाएगा। साथ ही सीएम शिवराज ने कहा कि, इस बार 10 तारीख को धनतेरस है और इसलिए हमने फैसला किया है कि, 7 तारीख को ही बहनों के खातों में किश्त डाली जाएगी। जिससे दिवाली से पहले धनतेरस पर लाड़ली बहनें खूब खरीदारी कर सकें। 


किसानों के खातों में सीधे पैसा डालेंगे 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान न कहा कि, लाड़ली बहनों को अगर 1250 रूपए हर महीने मिल रहें है तो किसान भाईयों को भी 1 हजार रूपए महीना मिल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी जी के 6000 रूपए और सीएम के 6000 रूपए मतलब साल के 12000 रूपए मिल रहें है। साथ ही सीएम ने कहा कि, ये जो इधर उधर की सब्सिडी को बंद करके सीधे किसानों के खातों में पैसा डालने पर विचार किया जा रहा है। सब्सिडी कोई खा गया, कोई इधर गई, कोई उधर गई, उसकी बजाए किसानों के खाते में नगद पैसा डालें तो किसान को जो खरीदना होगा खरीद लेंगे। अब मैं उस दिशा में जाऊंगा ताकि किसान की जिन्दगी में इस तरह की कोई दिक्कत न आये। 


No comments:

Post a Comment

Pages