मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं। सभी पार्टियां इसके लिए कमर कस रही हैं। प्रदेश भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हर जिले में जिला संयोजक की नियुक्ति की है। इस लिस्ट में हाईप्रोफाइल छिंदवाडा भी शामिल है। कमलनाथ के किले में सेंध लगाने बीजेपी ने कद्दावर नेता और चार बार जिलाध्यक्ष रह चुके कन्हई राम रघुवंशी को जिला संयोजक बनाया है।
छिंदवाड़ा में कन्हईराम रघुवंशी भाजपा का एक ऐसा चेहरा हैं, जिनके नेतृत्व में पहली बार भाजपा ने आजादी के बाद सांसद चुनाव और जिला पंचायत चुनाव के साथ साथ विधानसभा की सभी सीट जीतने का करिश्मा कर दिखाया था। एक बार फिर से भाजपा ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देकर संयोजक नियुक्त किया है। उनका अनुभव और रणनीति भाजपा के लिए काफी कारगर हो सकती है।
1996 में जब कन्हईराम छिंदवाडा से पार्टी के जिलाध्यक्ष थे, उस समय यहां
उपचुनाव होने थे। इससे पहले हवाला कांड में नाम आने से कमलनाथ चुनाव नहीं
लड़ सके थे। उन्होंने अपनी पत्नी अलका नाथ को चुनाव लड़ाया था। वह चुनाव
जीत भी गई थीं। कहा जाता है कि कमलनाथ को सांसद न होने की वजह से लुटियंस
जोन में मिला बंगला खाली करने का नोटिस मिल गया था, लेकिन वह बगंला खाली
नहीं करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अपनी पत्नी से इस्तीफा देने के लिए
कहा।
इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट पर 1996 में उपचुनाव हुए। इसके बाद जो हुआ, वो इतिहास बन गया।
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