ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में पीएचई विभाग में हुए करोड़ रुपए के घोटाले को लेकर चल रही जांच में इस पूरे मामले में ग्वालियर क्राइम ब्रांच पुलिस ने अब तक 3 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वही इस विभागीय जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि घोटाले के मास्टरमाइंड बाबू ने विभाग में पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर अपने भतीजे की मदद से अपने रिश्तेदारों के लगभग 71 बैंक खातों में घोटाले का पैसा को ट्रांसफर किया गया था।
दरसअल ग्वालियर में स्थित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) के खंड क्रमांक-1 में 16 करोड़ 24 लाख रुपए के घोटाले का खुलासा होने के बाद.. कार्यपालन यंत्री संजय सिंह सोलंकी की शिकायत पर बाबू हीरालाल, और कंप्यूटर ऑपरेटर राहुल आर्य सहित 3 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है.. और घोटाला सामने आते ही आरोपी राहुल आर्य ने खुद के किडनैपिंग की कहानी रच कर फरार हो गया था.. जिसे क्राइम ब्रांच पुलिस ने हरिद्वार से ढूंढ निकाला है.. वही इस पूरे मामले को लेकर एडिशनल एसपी क्राइम ब्रांच ऋषिकेश मीणा का कहना है एक ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर क्राइम ब्रांच में 3 लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की गई है और एक टीम बनाकर जांच की जा रही है आज 20 से 25 अकाउंट को सीज किया गया है। अब तक जो इस पूरे घोटाले में उपयोग किए गए लगभग 70 अकाउंटओं को सीज किया गया है। और जो ट्रेजरी अधिकारी हैं उनसे भी लगातार पत्राचार किया जा रहा है और पीएचई विभाग की एक इंटरनल कमेटी भी जांच कर रही है और लगभग 2 दिन में यह जांच पूरी हो जाएगी उसके बाद जितने भी डॉक्यूमेंट से वह पीएचई विभाग पुलिस को सौंप देंगे और पुलिस के द्वारा भी लगातार जो पीएचई के अधिकारियों कर्मचारियों हैं उनसे भी पूछताछ की जा रही है। इसके बाद विवेचना में जो भी सबूत सामने आएंगे उसके आधार पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी और अगर गिरफ्तारी बनती है तो गिरफ्तारी भी की जाएगी।
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